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झलकारी बाई जन्मदिवस की समस्त देशवाशियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनायें
झलकारी बाई जन्मदिवस की समस्त देशवाशियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनायें पूरा नाम : झलकारी बाई जाति : कोरी जन्म : 22 नवम्बर 1830 जन्म स्थान : भोजला ग्राम पिता : सदोबा सिंह कोरी माता : जमुना देवी विवाह : पूरन सिंह कोरी झलकारी बाई का जन्म एक साधारण #कोरी परिवार में हुआ था। वे…
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तथागत बुद्ध से ब्राह्मण नाराज क्यों?
तथागत बुद्ध से ब्राह्मण नाराज क्यों ×××××××××××××××××××××××× क्या अड़चन थी ब्राह्मणों को तथागत बुद्ध से, जो बुद्ध को ब्राह्मण स्वीकार नहीं कर सकता? आखिर क्यों? क्योंकि उन्होंने युवकों को बौद्ध भिक्षु बनाया तो सदियों से बनाया समाज का ढांचा बिखर गया। ब्राह्मण पुरोहितों का क्या होगा? वह चाहता है कि जन्म से लेकर मृत्यु तक…
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Gautam Buddh entertainment khadiya Nagla bharkhani
Rahul Singh bauddha kushwaha Khadiya Nagla bharkhani hardoi ☸️ निग्रंथों जैन साधुओं की कथा ☸️ एक दिन भिक्खुओं ने निग्रन्थों (जैन साधुओं) को देखकर परस्पर कहा- “ आवुस बिल्कुल नंगा रहने वाले अचेलक साधुओं से ये निग्रंथ ही अच्छे हैं , जो सामने के भाग को ( भिक्खापात्र से ) ढके रखते हैं । “…
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Saccha baudh Dharm ka Itihaas Kushwaha Morya sake Saini Samaj ki vanshavali
~~~~~~~~~~~~~~~~~~ सच्चा बौद्ध इतिहास जिसे ब्राम्हण हमेशा दफनाने की कोशिश करते है।” ~~~~~~~~~~~~~~~~~~ जो जीता वह सिकंदर है! जो सिकंदर को जिताया वह सिल्यूकस है!! जो सिल्यूकस को भी जीता वह मौर्य है!!! और जो मौर्य को भी जीता वह धम्म है!!!! यदि मौर्य साम्राज्य का पतन बौद्ध – नीति के कारण हुआ होता तो…
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जन अधिकार पार्टी हरदोई
जन अधिकार पार्टी एवं भागीदारी संकल्प मोर्चा द्वारा केंद्र व प्रदेश सरकार की जनविरोधी नीतियों डीजल पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी को वापस लेने एवं भाजपा सरकार द्वारा पिछड़े वर्ग का आरक्षण समाप्त किए जाने एवं क्रीमी लेयर व्यवस्था लागू करने के विरुद्ध आज दिनांक – 12 / 10 / 2020,, दिन सोमवार ग्राम पंचायत…
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शास्त्री राहुल सिंह कुशवाहा
👉भगवान बुद्ध किस अर्थ में शाक्य मुनि कहे जाते थे❓ 🌷जो काया ,वाणी और मन से मौन है । वही मुनि है🌷 अर्थात जो शरीर , वाणी और मन से शांत है। वह मुनि है। यहां शान्त होने से अभिप्राय सभी प्रकार के अकुशल (पाप) कर्म न करने, तृष्णा (भोगों के प्रति इच्छा) न करने…
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Gram Panchayat Bharkhani
🌹🌹🌹 ।।।563।।। _____________________________ ज्ञान विक गये ध्यान विक गये । कलम विकी सम्मान विक गये । छोटी छोटी सुविधाओं पर । बडे बडे ईमान विक गये । सोच समझ कर मुंह से बोलें । दीवारों के कान विक गये । उनसे पूंछो जिन्दगी क्या है । जिनके सब अरमान विक गये । नग्न रह गईं…
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RP Maurya b r p party
डिग्रियां टंगी दीवार सहारे, मेरिट का ऐतबार नहीं है, सजी है अर्थी नौकरियों की, देश में अब रोज़गार नहीं है। शमशान हुए बाज़ार यहां सब, चौपट कारोबार यहां सब, डॉलर पहुंचा आसमान पर, रुपया हुआ लाचार यहां सब, ग्राहक बिन व्यापार नहीं है, देश में अब रोज़गार नहीं है। चाय से चीनी रूठ गई है,…
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रावण दहन की सच्चाई
राम लक्षमण भरत शत्रुघ्न उनकी माताओ के द्वारा खीर खाने से पैदा हुए। राजा जनक का एक नग्न स्त्री को देखकर वीर्य टपक गया जो धरती में गिरा अगले दिन सीता एक बलीहारे के खेत में पायी गयी। हनुमान के पसीने से एक मादा मगरमच्छ pregnant हो गयी और उसने मकरध्वज को जन्म दिया। हनुमान…